महफिल में जयगान हो रहा लुच्चों का
अभिनंदन-सम्मान हो रहा लुच्चों का
जनता भूखी बैठी जंतर मंतर पर
मुगलाई जलपान हो रहा लुच्चों का
न्याय माँगने वालों को ठोकर मिलतीं
सत्ता में उत्थान हो रहा लुच्चों का
भुजबल धनबल छलबल की माया पसरी
स्वेच्छा से मतदान हो रहा लुच्चों का
वोट-नोट की पापमोचनी गंगा में
निर्लज कुंभ नहान हो रहा लुच्चों का
प्रश्न पूछने वालों के मुँह सिले गए
विज्ञापन अभियान हो रहा लुच्चों का
नुक्कड़ नुक्कड़ बात चली है गली गली
अनुचर आज विधान हो रहा लुच्चों का
(2 जून, 2023)
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